Hindi Poem (हिंदी कविता) – उसने भुला दिया तो भूल जाने दो
जा रहा है दूर, खूब दूर जाने दो।
लौट आयेगा एक दिन वो ऐ राज
किसी और को भी तो उसे आजमाने दो।।
माना कि पर लगे है उसे आज़कल
एक बार गिर के जमी पे आने दो।
अभी तक तो उसको पता है मेरा पता
ढूढ़ता रह जायेगा,मेरा पता तो बदल जाने दो।।
आज भी दुवाएँ मेरी उनके साथ रहेंगी
कभी सीसे को सीसे से टकराने दो।
उसे देखकर आज भी दिल मे कशक उठती है
खुदा की कसम कोई भी न उसको ताने दो।।

नींद की ओस से पलकों को भिगोये कैसे,
जागना जिसका मुकद्दर हो वो सोये कैसे,
रेत दामन में हो या दश्त में बस रेत ही है,
रेत में फस्ल-ए-तमन्ना कोई बोये कैसे,
ये तो अच्छा है कोई पूछने वाला न रहा,
कैसे कुछ लोग मिले थे हमें खोये कैसे,
रूह का बोझ तो उठता नहीं दीवाने से,
जिस्म का बोझ मगर देखिये ढोये कैसे,
वरना सैलाब बहा ले गया होगा सब कुछ,
आँख की ज़ब्त की ताकीद है रोये कैसे।
By: Dayanand Sir Alias Deepak Sir