Hindi Poem: जिसे मंजिल की फिक्र होती है, वो रास्ते में आने वाली मुसीबतों को

Hindi Poem: जिसे मंजिल की फिक्र होती है,

वो रास्ते में आने वाली मुसीबतों को नहीं देखा करते।

जंगल में हर रोज सुबह होने पर,

हिरण सोचता है कि मुझे शेर से,

ज्यादा तेज भागना है नहीं तो,

शेर मुझे मार के खा जागा और,

शे हर सुबह उठ कर सोचता है,

की मुझे हिण से तेज़ भागना है,

वरना मैं भूखा मर जाऊंगा।

आप शेर हो या हिर?

उससे कोई मलब नहीं है।

अगर आप अच्छी ज़िंदगी जीना

चाहते हैं तो हर रो भाना पड़ेगा।

“संर्ष के बिना कु नहीं मिलता हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *