Hindi Shayari (हिंदी शायरी): तुम पर कोई जबरदस्ती नहीं
कि तुम मेरी सारी बातें मानो,
मुझे सिर्फ इतना पता है कि
मेरे लिए तुम बहुत जरूरी हो
अब आगे तुम जानो”
2. जो ना मिले उसी की चाहत क्यों होती हैं..…
जो मिल जाए उसके लिए दिल में चाहत क्यों नहीं होती..
जिसे समझते हैं वो हमे समझता कहा हैं…
जो हमे समझता है उसे हम कहा समझते हैं…..
जो ना मिले उसके पीछे भागते हैं….
जो मिल जाए उसकी कदर कहां होती हैं…
3. दिलों पर तो लोग बेवजह इल्जाम लगाते है,
इल्जाम तो उनपे लगाओ जो आधे में ही छोड़ जाते।।
4. चंद लफ़्ज़ों के तक़ल्लुफ़ में ये इश्क़ रुका हुआ है….!!
वो इक़रार पे रुके है और हम इंतज़ार पे….!!
5. रौनक़ तो तब बढ़ी महफ़िल की,जब
दूर से घूँघट में चाँद दिखा।
बडे बेसब्र थे,देखने के लिए सभी,लेकिन
चाँद था बादल में छिपा।