Historical Sources – कन्नड़ साहित्य के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में
सबसे पुराने कन्नड़ शिलालेख 5वीं/6वीं शताब्दी के बाद के हैं, लेकिन इस भाषा में साहित्य का सबसे पुराना जीवित टुकड़ा कविराजमार्ग (कवि का रॉयल रोड) है, जो 9वीं शताब्दी का काव्य पर काम करता है।
10वीं शताब्दी के सबसे प्रसिद्ध कवि पम्पा, पोन्ना और रन्ना थे, जिनमें से सभी ने जैन पुराण लिखे।
आदि पुराण (प्रथम तीर्थंकर ऋषभ या आदिनाथ के जीवन का लेखा-जोखा) के लेखक पम्पा ने भी महाभारत की कहानी पर आधारित विक्रमार्जुनविजय की रचना की थी।
पोन्ना ने संस्कृत और कन्नड़ दोनों में लिखा, और उन्हें उभय-कविचक्रवर्ती की उपाधि दी गई।