MyJioLife CEO Dayanand Sir Motivational Story
CEO दयानंद, उन सभी गरीब परिवारों में से एक हैं, जिनकी कहानी आपको अपने रोजमर्रा की जिंदगी में सुनने को नहीं मिलती। यह कहानी बताती है कि कैसे कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी दयानंद कुमार कैसे एक बिजनेसमैन बने।
21 साल की उम्र में विवाहित, उनके पत्नी ने उन्हें सिर्फ 5 सप्ताह में तलाक दे दिया और कभी वापस नहीं आई। समाज के शब्दों का सामना करते हुए, वह कभी निराश नहीं हुआ और बिहार में अपने घर को लौट आया । शिकायत दर्ज करने और सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद,
उन्होनें बिजनेसमैन बनने का फैसला किया और सरकारी काम-काज में बदलाव लाने के लिए सिस्टम का हिस्सा बनने का फैसला किया। उनका सोच हमेशा महिलाओं को जागरूक करना तथा उसे रोजगार देना था |
यह story न केवल पुरुष के लिए है बल्कि महिला सशक्तिकरण के बारे में है बल्कि आपको यह भी सिखाता है कि आप मेहनत और ईमानदारी से कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है, आज वह अपने गांव के बच्चों को निशुल्क शिक्षा संस्थान भी खोले हुए हैं, जिससे गांव के विकास के साथ-साथ पूरे देश का भी विकास हो, क्योंकि वे जानते हैं कि सरकारी स्कूल में अभी भी शिक्षा स्तर ठीक नहीं है |