Successful Life: श्रीराम के सोलह गुण जो हमें सीखने चाहिए,
- प्रियदर्शन (खूबसूरत)
- गुणवान (ज्ञानी व हुनरमंद)
- कांतिमान (अच्छा व्यक्तित्व)
- दृढ़प्रतिज्ञ (मजबूत हौंसले वाला)
- सदाचारी (अच्छा व्यवहार, विचार)
- सभी प्राणियों का रक्षक (मददगार)
- सत्य (सच बोलने वाला, ईमानदार)
- विद्वान (बुद्धिमान और विवेक शील)
- क्रोध जीतने वाला (शांत और सहज)
- कृतज्ञ (विनम्रता और अपनत्व से भरा)
- मन पर अधिकार रखने वाला (धैर्यवान)
- वीर्यवान (स्वस्थ्य, संयमी और हष्ट-पुष्ट)
- सामथ्र्यशाली (भरोसा, समर्थन पाने वाला)
- धर्मज्ञ (धर्म के साथ प्रेम, मदद करने वाला)
- किसी की निंदा न करने वाला (सकारात्मक)
- युद्ध में जिसके क्रोधित होने पर देवता भी डरें
(जागरूक, जोशीला, गलत बातों का विरोधी)
By: Dayanand Sir Alias Deepak Sir