Successful Life: जीवन में ऐसे “खिलाड़ी” बनो,,
जो “गोल” के लिये दौड़ता है….!!
“रेफरी” मत बनो जो,,
गलतियाँ ढूँढने के लिये ही दौड़ता है….
मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह,
मैंने पत्थर की तरह खुद को तराशा है बहुत।
ये दुनिया लालच की दास है,
बुराई थोड़ी -बहुत सबके पास है,
हर इंसान कलयुग का शिकार है
फिर भी बेहतर कल की आस है |
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,
कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से,
बस उन्हें ख़ूबसूरती से निभाना सीखो।